हमारे घर में रहने वाले हर सदस्य हमारे लिए अहम होते है मगर आज के दौर में लोगों कि मानसिकता इतनी गिर चुकी है उन्हें अपने बुजुर्ग एक पुराने सामान की तरह लगते है जहाँ पाया वहां उठा कर फेक दिया। सोशल मीडिया पर एक ऐसी घटना सामने आई जिसे सुन कर आपका विश्वास इंसानियत से उठ जाएगा। जहाँ परिवार के कुछ लोग आगरा ताजमहल घूमने आए थे और उनके साथ एक बुजुर्ग भी थे मगर परिवार के लोगों ने उन बुजुर्ग का हाथ पैर बांध कर उन्हें कार में बंद कर दिया और ताजमहल घूमने चले गए। कार का शीशा चारो तरह से बंद था ऐसे में उन बुजुर्ग की जान भी जा सकती थी मगर परिवार के सदस्यों ने इस बात की भी परवाह नहीं की क्योकि उन्हें बस आराम से घूमने का जूनून सवार था।

अचानक से कुछ लोगों की नजर कार पर जाती है जब कुछ लोग शीशे के अंदर झांक कर देखते है तो वो बुजुर्ग उन्हें गंभीर हालत में दिखाई देते है। कुछ लोग कार का शीशा तोड़ कर उन बुजुर्ग को कार से बाहर निकालने का प्रयास करते है फिर उनमें से कुछ लोग एम्बुलेंस को कॉल कर उन्हें अस्पताल भेजने का प्रयास करते है अचानक उस स्थान पर उन बुजुर्ग का परिवार ताजमहल घूम कर आ जाता है और उन बुजुर्ग को अस्पताल ले जाने से मना कर देता है और वापस से अपने कार में बैठा कर ले जाता है।
आप खुद सोचिए यदि मौके पर आसपास के लोग नहीं आते तो बुजुर्ग की जान भी जा सकती थी। ये कैसी मानसिकता हो गई है कुछ लोगों की जो अपने स्वार्थ और अपनी खुशियों के लिए किसी परवाह नहीं करते ?
आपके घर के बुजुर्ग कोई सामान नहीं जिसे आप कहीं भी उठा कर फेक देंगे, आपके घर के बुजुर्ग आपके घर की शान है क्योकि हमारे बुजुर्गो से ही हमारे घर की रौनक है। ना जाने कितने ऐसे बुजुर्ग होंगे जो अपना परिवार होने के बावजूद भी अकेले रहने पर मजबूर है। हमेशा याद रखे बाल्यावस्था,युवावस्था और वृद्धावस्था सभी की आती है अपने कर्म पर ध्यान दे अपने फर्ज को निभाना सीखे अन्यथा आपको अपने बुरे कर्मो के कारण अपना कर्मफल भुगतना पड़ सकता है क्योकि आप कोई अमृत का प्याला पी कर नहीं आए आज आप युवा है तो कल को आप भी अपने वृद्धावस्था में पहुंचेगे इस बात को ना भूले।